tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post2406159990306776051..comments2024-03-27T12:30:05.562+05:30Comments on Poorvabhas: व्हाट्सएप्प पर अवनीश सिंह चौहान के नवगीतों पर विमर्श अवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttp://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-5130802052377986492021-06-05T11:51:28.540+05:302021-06-05T11:51:28.540+05:30डा. अवनीश सिंह चौहान के जन्मदिन पर (04 जून 2021) :...डा. अवनीश सिंह चौहान के जन्मदिन पर (04 जून 2021) :-<br /><br />जीवन तो अनवरत बहस है<br />जले दिया-सा दूर निकष है<br />भोर स्वप्न है खग कहें, उठो<br />चार जून है जन्म दिवस है। <br /><br />- वीरेंद्र आस्तिक, कानपुर <br />Virendra Astikhttp://astik.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-81323899064204837852021-06-05T11:34:19.549+05:302021-06-05T11:34:19.549+05:30चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों न हों, आपके उत्साह क...चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों न हों, आपके उत्साह के आगे सभी बौनी हैं। जो अपने संघर्ष की मिसाल पेश करते हैं, वे नए रास्ते बनाते हैं। बनी बनाई लीक पर चलना आपकी फितरत में नहीं है।आपकी रचनात्मक ऊर्जा के अप्रत्याशित स्तर, अवधारणात्मक तथ्यपरक ज्ञान और समावेशी व्यक्तित्व की अद्भुत उदारता आश्चर्य का विषय है। जहां एक तरफ आपके समृद्ध शैक्षिक अवदान, अतुलनीय आधिकारिक सहजता व उत्कृष्ट अकादमिक चिंतन जैसे दुर्लभ चारित्रिक गुण जनमानस को अभिप्रेरित करते हैं तो दूसरी ओर आपकी वैचारिक विदग्धता, बौद्धिक कुशलता व सबके साथ असाधारण सामंजस्य की खूबी सार्वजनिक हिताय होकर सभी को आनंदित, आल्हादित, उमंगित व तरंगित करती है। वंचितों के जीवन को परिवर्तित करने के आपके अथक निश्वार्थ समर्पित प्रयास सभी के लिए कौतूहल, अनुकरण व शोध का विषय है जिनकी नकल हो सकती है पर बराबरी कभी नहीं। अगर शुभेच्छा पुष्प होती तो आपके लिए हम सबने हजारों चुन लिए होते। अगर आप जैसे लोग नहीं होते तो समस्त नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले संस्थान खंडहर हो गए होते। आज का दिन तो आपके जीवन मंज़िल का एक सामयिक पड़ाव भर है, जहां खड़े होकर हम सब आपके भविष्य के सपनों के लिए आपको और अधिक प्रभावी, विवेकशील व नैसर्गिक सौंदर्य से प्रेरक बने रहने की दुआ करते हैं। आपके विषम परिस्थितियों में उत्साहपूर्ण भविष्यदृष्टा विरले नेतृत्व, मिशनरीवत कार्यसिद्धि हेतु लगन और समर्थन के विशेषाधिकार प्राप्त संरक्षण से बहुतेरे लाभान्वित हुए हैं जिनकी एक लंबी फेहरिस्त है। आपके पवित्र कार्यों, बहुआयामी आकर्षक व्यक्तित्व की आभा व पर सतत सक्रियता के केंद्र में हमेशा मानवीय संवेदनाएं रही हैं। स्वयं हमने आपसे अपने जीवन को वस्तुपरक, लक्ष्य केंद्रित व स्वाभाविक रूप से सरल बनाने में आपसे बहुत कुछ सीखा है। आपके व्यक्तित्व की समग्रता सभी के लिए प्रेरणा का सदैव स्त्रोत बनी रहेगी। आप ईश्वर के अनंत आशीर्वादों का भाजन बनी रहें, ऐसी हमारी उत्कंठा है, आकांक्षा है और कामना है। आपको सामाजिक व शैक्षिक जिम्मेदारी उठाने की सभी सिद्धियां ईश्वर प्रदान करे। अवनीशजी आपको जन्मदिन की असीम हार्दिक शुभकामनाएं।<br /><br />- प्रो अमर सिंह, छत्तीसगढ़ <br />Prof. Amar Singhhttp://amar.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-6190842919915117262021-06-05T11:32:52.737+05:302021-06-05T11:32:52.737+05:30(04 जून 2021 को फेसबुक पर टिप्पणी)
"आज वैश्व...(04 जून 2021 को फेसबुक पर टिप्पणी)<br /><br />"आज वैश्विक पटल पर बड़े सर्जकों की जो चिंताएँ हैं, अवनीश सिंह चौहान उनमें बराबर भागीदार हैं। अपने गीतों के जरिये वे इन चिन्ताओं को स्वर देते हैं। साझी सोच के बावजूद कवि अवनीश सिंह चौहान का का शिल्प सबसे अलग है। कह सकते हैं कि कवि स्वनिर्मित मार्ग पर चलता है। लोकप्रचलित लय और काॅमन कथ्य से समझौता न करते हुए मौलिक और परिपक्व दृष्टि के परिचायक हैं अवनीश सिंह के गीत। लोक तथा जन और प्रगतिशील भाषा का समन्वय भाव है कवि का भाषा-मुहावरा। उसका प्रयत्न श्लाघनीय है। यह प्रयत्न सायास न होकर अनायास ही है, जैसे अनायास होती है बच्चों की सोच। अध्ययनशीलता एवं चिन्तन-मनन के द्योतक हैं उनके मधुर गीत। परिवेश को उसने भी खुली आँखों से देखा, भुगता है। पर इनमें साहित्य का छाद्मिक चातुर्य नहीं, निर्दाेष मन की झलक है। यही झलक पाठकों की दिलचस्पी बन जाती है।" <br /><br />मधुर गीतकार, कवि अवनीश सिंह चौहान को उनके जन्मदिवस पर असीम शुभकामनाएं !<br /><br />- बोधि प्रकाशन, जयपुर <br />बोधि प्रकाशनhttp://bodhi.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-61158674281139086352017-11-05T06:14:50.364+05:302017-11-05T06:14:50.364+05:30आपके नवगीत देखे, आपके नवगीतों में जो दुनिया है, आज...आपके नवगीत देखे, आपके नवगीतों में जो दुनिया है, आज वह कहीं खो सी गई है. उसे बचने का हम सब प्रयास करें. साहित्य के शेत्र में आप अपना अच्छा योगदान कर रहे हैं. बहुत बहुत शुभकामनाएं....मुकुट सक्सेनाhttp://www.digitalindia18.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-87931375937059287222016-12-26T17:27:35.173+05:302016-12-26T17:27:35.173+05:30श्री अवनीश जी आपके स्वतः स्फूर्त नवगीत वंचितों की...श्री अवनीश जी आपके स्वतः स्फूर्त नवगीत वंचितों की पीड़ा को हृदय स्पर्शी शैली में सम्प्रेषित करते हैं मौलिक बिम्ब और प्रतीक भाषा की सम्प्रेषणीयता सम्मोहक है |बधाई| डॉ मनोहर अभयAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06485376449221620570noreply@blogger.com