tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post4164488114953673604..comments2024-03-27T12:30:05.562+05:30Comments on Poorvabhas: कहानी: कोऊ नृप होई हमें का हानि - विजय सिंह मीणाअवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttp://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-35368300066402106162019-10-23T12:02:23.164+05:302019-10-23T12:02:23.164+05:30आभार मोईन खान भाई....आभार मोईन खान भाई....vijaysingmeenahttps://www.blogger.com/profile/10886044470014830822noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-52193390120808714012017-05-23T09:29:12.727+05:302017-05-23T09:29:12.727+05:30इन चुनावों में एक ही गांव में लोग कई कई धडों में ब...इन चुनावों में एक ही गांव में लोग कई कई धडों में बट जाते हैं । जो लोग दिन रात साथ साथ बैठकर हुक्का पीते थे , आज वे एक दूसरे से नजरे चुराते फिर रहे हैं । भूलवश: यदि वे आपस में बात भी करते हैं , तो केवल छल कपट और प्रपंच का मुखौटा पहने हुए ही बात करते हैं ।जहां तक वोट देने की बात आती है, वो वहीं खड़े खड़े ईमान धरम उठा जाते हैं और एक दूसरे को इस प्रकार आश्वस्त करते हैं मानो कृष्ण और सुदामा बातें कर रहे हों । <br /><br />बधाई विजय सर Mohd.Moin Khanhttps://www.blogger.com/profile/11870561511960638077noreply@blogger.com