tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post7996924751463421494..comments2024-03-27T12:30:05.562+05:30Comments on Poorvabhas: बीनू भटनागर और उनकी दो कविताएँ — अवनीश सिंह चौहानअवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttp://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-88157596386892313582012-07-18T13:00:44.549+05:302012-07-18T13:00:44.549+05:30बहुत खूब ... भविष्य के बच्चों का द्रश्य लाजवाब खीं...बहुत खूब ... भविष्य के बच्चों का द्रश्य लाजवाब खींचा है ... पर ये समय अब आ ही चुका है ... बधाई इस लाजवाब रचना के लिए वीनू जी को ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-61750437053612323792012-07-17T23:31:10.566+05:302012-07-17T23:31:10.566+05:30सुंदर प्रस्तुति ..
अच्छी कविताएं हैं ..
एक नज...सुंदर प्रस्तुति ..<br /><br />अच्छी कविताएं हैं ..<br /><br /><a href="http://www.gatyatmakjyotish.com/2012/07/blog-post.html" rel="nofollow"> एक नजर समग्र गत्यात्मक ज्योतिष पर भी डालें </a>संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2283537905508347887.post-49829276085943188642012-07-17T22:49:15.203+05:302012-07-17T22:49:15.203+05:30मां के हाथ के मोज़े,टोपी,
वो नहीं पहनेगे
पैदा होत...मां के हाथ के मोज़े,टोपी, <br />वो नहीं पहनेगे<br />पैदा होते ही अपना ब्रैंड <br />सिलैक्ट करेगे।<br />बहुत करारा व्यंग्य ..अब बहुत कुछ सच में बदल गया है अब माँ क्या होगी बाप कौन है ममता और प्यार क्या है ये भी भूल जायेंगे और चैटिंग में मस्त खाना सोना भी भूल जायेंगे कम्पूटर मिल जाए तो रात भर जागेंगे और कब सूरज निकलता है नेट में शायद देख पायेंगे ...अवनीश जी आप और वीनू जी को बधाई <br />सुन्दर <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.com