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शनिवार, 6 फ़रवरी 2016

सुनील गज्जाणी की लघुकथा 'गाँव ज़िंदा है अभी' को तृतीय पुरस्कार



जयपुर : साहित्यिक पत्रिका ''साहित्य समर्था '' द्वारा आयोजित 'अखिल भारतीय डाॅ. कुमुद टिक्कू कहानी/लघुकथा प्रतियोगिता 2015' के तहत सुनील गज्जाणी की लघुकथा 'गाँव ज़िंदा है अभी' को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार समारोह का आयोजन पिंकसिटी प्रेस क्लब, जयपुर में रखा गया था । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रकांता जी एवं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा थीं। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व संयुक्त निदेशक काॅलेज शिक्षा निदेशालय डाॅ. दुर्गाप्रसाद अग्रवाल जी एवं हिन्दी व राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व निदेशक- जयपुर दूरदर्शन श्री नन्द भारद्वाज जी रहे। प्रतियोगिता निर्णायक डाॅ. सुदेश बत्रा भी उपस्थित रहीें।

कार्यक्रम में नीलिमा टिक्कू, देवर्षि कलानाथ शास्त्री, डाॅ. अमला बत्रा, प्रो.लाडकुमारी जैन, श्री राधेश्याम तिवारी जी, डाॅ. वीरबाला भावसार, डाॅ.दीप्तीमा शुक्ला, श्री रत्न कुमार सांभरिया, साहित्य समर्था की संरक्षक श्रीमती राजकुमारी भान, श्रीमती उमा व्यास, श्री हर्षदान हर्ष, डॉक्टर नवल किशोर दुबे सहित प्रदेश के गणमान्य साहित्यकार उपस्थित थे।

साहित्यिक संस्थान 'बुनियाद' के अध्यक्ष सुनील गज्जाणी की इस उपलब्धि पर नगर के मधु आचार्य, नीरज दैया, नवनीत पांडे, कमल रंगा, राजेन्द्र पी जोशी, सुधेश व्यास, संजय पुरोहित, संजय आचार्य 'वरुण', हरीश बी शर्मा, डॉक्टर मनोज हर्ष, रमेश भोजक 'समीर', राम सहाय हर्ष , प्रदीप भटनागर, दयानंद शर्मा, अशोक जोशी, आनंद वी आचार्य, नवल किशोरी व्यास, अशोक व्यास, इरशाद अज़ीज, अजित राज, आत्मा राम भाटी, राजेश ओझा, डॉक्टर नमामी शंकर आचार्य, गौरी शंकर, शिवाजी आचार्य, ज़ियाउल हसन कादरी, मुकेश व्यास, नरेंद्र व्यास आदि ने प्रसन्ता व्यक्त की !


Sunil Gajjani, Rajasthan

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