पूर्वाभास (www.poorvabhas.in) पर आपका हार्दिक स्वागत है। 11 अक्टूबर 2010 को वरद चतुर्थी/ ललित पंचमी की पावन तिथि पर साहित्य, कला एवं संस्कृति की पत्रिका— पूर्वाभास की यात्रा इंटरनेट पर प्रारम्भ हुई थी। 2012 में पूर्वाभास को मिशीगन-अमेरिका स्थित 'द थिंक क्लब' द्वारा 'बुक ऑफ़ द यीअर अवार्ड' प्रदान किया गया। इस हेतु सुधी पाठकों और साथी रचनाकारों का ह्रदय से आभार।

सोमवार, 11 नवंबर 2013

संकल्प रथ विशेषांक: वीरेन्द्र आस्तिक पर एकाग्र — अवनीश सिंह चौहान


वरिष्ठ साहित्यकार श्री राम अधीर विगत 17 वर्षों से मासिक पत्रिका संकल्प रथ का संपादन कर रहे हैं। इन 17 वर्षों में उन्होंने लगभग 17-18 ख्यातनाम सहित्यकारों और लोकप्रिय रचनाकारों के विशेषांक निकाले। इन विशोषांकों का साहित्य जगत में, विशेषकर शोध संस्थानों में, विशेष महत्व रहा है। इसी श्रंखला में सितम्बर 2013 अंक वरिष्ठ गीतकवि एवं आलोचक वीरेन्द्र आस्तिक जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित किया गया है। नवगीत की नई रचनात्मक शक्तियों के रचनाकार होने के साथ-साथ श्री आस्तिक हिन्दी आलोचना के दायरे में गीत को समादृत करने तथा उसे मूल्यांकित करने वाली विचारधारा के अप्रितिम समीक्षक माने जाते हैं। विशेष बात यह है कि इस अंक में श्री नन्द चतुर्वेदी और श्री रंग जैसे कविता के क्षेत्र के समीक्षकों ने भी अपने बेबाक और तर्कसंगत विचार व्यक्त किये हैं। साथ ही डा. मधुसूदन साहा, डा. सुरेश गौतम, डा. उपेन्द्र, डा. सरिता, डा. संतोष कुमार तिवारी, डा. शांतिसुमन, डा. श्याम नारायण पाण्डेय, डा. वेद प्रकाश अमिताभ आदि के लेख भी अच्छे बन पड़े हैं। संपादन की दृष्टि से अब तक के विशेषांकों में यह अंक सर्वाधिक रोचक एवं पठनीय है, संपादक श्री राम अधीर का ऐसा मानना है। 

समीक्षक:
डॉ. अवनीश सिंह चौहान

Visheshank: Virendra Astik Par Ekagra

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