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रविवार, 8 सितंबर 2013

`रीच' विरासत के सदस्यों ने बुद्धिनाथ मिश्र को दी दोहरी बधाई


 डॉ बुद्धिनाथ मिश्र 

देहरादून, 7 सितम्बर। `रीच' विरासत के कार्यालय में आज हुई बैठक में देहरादून के शीर्षस्थ कवि और `रीच' के वरिष्ठ सदस्य डॉ . बुद्धिनाथ मिश्र को इस माह देश के दो विशिष्ट सम्मान एक साथ मिलने पर उन्हें दोहरी बधाई दी गयी।

डॉ . मिश्र को आगामी 14 सितम्बर को लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव उन्हें उप्र हिन्दी संस्थान का दो लाख रु का `साहित्य भूषण ' सम्मान प्रदान करेंगे।

उन्हें दूसरा महत्वपूर्ण पुरस्कार 21 सितम्बर को कोलकाता के भारतीय भाषा परिषद् सभागार में आयोजित परिवार मिलन संस्था का प्रथम `काव्य वीणा ' पुरस्कार दिया जाएगा। रु . 51 हजार का यह सम्मान पिछले वर्षों में प्रकाशित कुल 68 छंदोबद्ध कृतियों में `शिखरिणी ' गीत संग्रह को प्रथम चुने जाने के कारण उन्हें दिया जाएगा ।

मिथिला में जन्मे , काशी में पले -बढे बुद्धिनाथ जी कलकत्ता में 18 वर्षों तक सरकारी सेवा में रहने के बाद ओएनजीसी के आमंत्रण पर 1998 में देहरादून आये और 2009 में मुख्य प्रबंधक ( राजभाषा ) पद से रिटायर होने के बाद स्थायी रूप से यहीं बस गए । पिछले मई मास में भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित इनका काव्य संग्रह `ऋतुराज एक पल का ' काफी चर्चित हुआ है । बुद्धिनाथ जी को रूस का अन्तर-राष्ट्रीय अलेग्जेंडर पुश्किन सम्मान सहित देश-विदेश के अनेक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं ।

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