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शुक्रवार, 22 मार्च 2024

'रामदरश मिश्र : सेलेक्टेड पोएटरी, फिक्शन एंड नॉन-फिक्शन' का हुआ लोकार्पण


16 मार्च, 2024, नई दिल्ली | हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार रामदरश मिश्र के शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनके द्वारा रचित सभी विधाओं की प्रतिनिधि रचनाओं का अंग्रेजी-अनुवाद संग्रह “रामदरश मिश्र: सेलेक्टेड पोएटरी, फिक्शन एंड नॉन-फिक्शन” नाम से डॉ. वेद मित्र शुक्ल द्वारा संपादित किया गया है जिसका लोकार्पण आधुनिक भारतीय अनुवाद साहित्य के विद्वान व दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर राजकुमार सहित राजधानी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर राजेश गिरि, दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग से डॉ. निधि वत्स, डॉ. योगेश कुमार दूबे एवं प्रोफेसर वर्षा गुप्ता द्वारा किया गया| यह लोकार्पण कार्यक्रम राजधानी कॉलेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा अनुवाद और भारतीय साहित्य एवं संस्कृति विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र के दौरान आयोजित किया गया|

इस अवसर पर प्रो. राजकुमार ने भारतीय साहित्य के अंग्रेजी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद पर बल देते हुए कहा कि अनुवाद मात्र भाषाओं के बीच का नहीं बल्कि दो संस्कृतियों को आपस में जोड़ने का कार्य है|

कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर राजेश गिरि ने रामदरश मिश्र के साहित्य के साथ-साथ दूसरे महान साहित्यकारों की अनेक प्रमुख रचनाओं से श्रोताओं को जोड़ते हुए हाशिए पर आ चुके ग्रामीण संस्कृति को समझने और पढ़ने पर जोर दिया| उन्होंने भारतीय गाँव से जुड़े परिवेश और अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वैश्विक स्तर पर जानी व समझी जाने वाली अंग्रेजी जैसी भाषाओं में भारतीय साहित्य के अनुवाद के बिना नगरीय और ग्रामीण संस्कृतियों के बीच की खाई को पाटना आसान नहीं होगा|

शताब्दी साहित्यकार रामदरश मिश्र पर पुस्तक के लेखक डॉ. वेद मित्र शुक्ल ने समारोह में मिश्र जी के साहित्य के अंग्रेजी अनुवाद एवं संपादन के दौरान के अपने रोचक अनुभवों को साझा किया| उन्होंने श्री रामदरश के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए सुविख्यात अनुवादक व कवि अनामिका द्वारा अंग्रेजी में अनूदित श्री रामदरश की कविता ‘गुलमोहर’ और स्वयं द्वारा अनूदित उनकी लोकप्रिय ग़ज़ल “बनाया है मैंने ये घर धीरे-धीरे” के अंग्रेजी संस्करण पढ़कर सुनाए| राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम सत्र में रामदरश मिश्र के अनूदित साहित्य के लोकार्पण और अनुवाद विषयक गहन परिचर्चा के पश्चात अंग्रेजी विभाग से प्रोफेसर रचना सेठी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया| सत्र का संचालन डॉ. भारती शर्मा एवं श्री अज़हर शाह द्वारा किया गया| कार्यक्रम में अंग्रेजी और भारतीय साहित्य के विद्वान डॉ यूमिरिन कपाई, शफ़ीकुल आलम, सच्चिदा नन्द झा, अंकिता कौशिक, भरत सहित अन्य अनेक प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे|

Translation Studies: A Book on Dr Ramdarash Mishra

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