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मंगलवार, 22 सितंबर 2015

एसआरएम विश्वविद्यालय द्वारा अवनीश सिंह चौहान को 'साहित्य गौरव सम्मान'


21 सितंबर 2015 को एसआरएम विश्वविद्यालय दिल्ली-एनसीआर में हिन्दी दिवस मनाया गया, जिसमें राज्यस्तरीय निबंध एवं कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सोनीपत के सांसद रमेश चन्द्र कौशिक, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से हिन्दी के विभागाध्यक्ष प्रो रामसजन पाण्डेय व एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपतिं प्रो एस राजराजन द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। 

सोनीपत के सांसद रमेश चन्द्र कौशिक ने एसआरएम विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा मनाये जाने की सराहना करते हुए इसे विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र के लिए एक अच्छी पहल बताया। तदुपरांत उन्होंने राज्यस्तरीय निबंध एवं कविता पाठ प्रतियोगिता के प्रतिभागियों एवं विजेताओं को सम्मानित किया। इसी कड़ी में एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपतिं प्रो एस राजराजन, प्रो रामसजन पाण्डेय, प्रो डीके पाण्डेय, कुलसचिव डॉ मनीष भल्ला एवं प्रो पीएम गौड़ के कर-कमलों से एसआरएम विश्वविद्यालय के बहुभाषी शिक्षक-साहित्यकार  डॉ अवनीश सिंह चौहान को 'साहित्य गौरव सम्मान' से अलंकृत किया गया। 

एसआरएम विश्वविद्यालय दिल्ली-एनसीआर के ऊर्जावान सहायक आचार्य (अंग्रेजी) डॉ अवनीश सिंह चौहान को 'साहित्य गौरव सम्मान' दिए जाने पर बधाई देते हुए कुलपतिं प्रो एस राजराजन ने कहा कि हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा के रूप में प्रतिष्ठित है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से हिन्दी के विभागाध्यक्ष प्रो रामसजन पाण्डेय ने हिंदी के महत्व को रेखांकित करते हुए राज्यस्तरीय निबंध एवं कविता पाठ प्रतियोगिता के प्रतिभागियों एवं विजेताओं को शुभकामनाएं दीं और बहुभाषी साहित्यकार डॉ अवनीश सिंह चौहान द्वारा राज्यस्तरीय निबंध एवं कविता पाठ प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदष्य की भूमिका का निर्वहन करने एवं सफल काव्यपाठ करने हेतु बधाई दी।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ मनीष भल्ला, कई विभागों के निदेशकगण, आचार्यगण, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक हिंदी भाषा एवं साहित्य के जाने-माने विद्वान प्रो पी.एम. गौड़ रहे।


Sahitya Gaurav Samman, Dr Abnish Singh Chauhan

1 टिप्पणी:

  1. कुछ बातें अनायास ही मन प्रफुल्लीत कर देती हैं। यह उनमें से एक है।आपको सादर धन्यवाद।

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